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Bhol Jab Phir Raat khulali NARENDER SINGH NEGI Garhwali song lyrics


Bhol Jab Phir Raat khulali NARENDER SINGH NEGI 
 Garhwali Lok Geet
Garhwali song lyrics

STAP -1
भोल जब फिर रात खुलली
धरती मा नयी पौद जमली
पुराना डाला खंगारा ह्वेकि
नयी लागुल्युन सारु दयाला
मी त नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली....

हिंदी अर्थ
कल सुबह जब रात खुलेगी, धरती मे किसी नये पौधे (बच्चे )का जन्म होगा। पुराने लोग बुजुर्ग हो चुके होंगे और नये बच्चों को ऊँगली पकड़ कर चलना सीखा रहे होंगे ( रहन -सहन रीती रीवाज, जीवन जीने की कला सीखा रहे होंगे ) मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....

STAP -2
इखी ये माटम जन्म्यु मी भी
मेरी भी बोटी रै अंग्वाल..×2
भारा खैरी का सरिनी मैन भी
मी भी हिटयूं उन्दरी- उकाल
डालियुं कु छैल अर बाटों का गारा..
मेरा हिटयां की गवै दयाला
मी त नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली....

हिंदी अर्थ
यहीं इस मिट्टी मै जन्मा हु मै, मैंने भी इस धरती को जकड़े रखा है ।दुखों के बोझ मैंने भी उठाये हैं , मै भी इन पहाड़ों पर चढ़ा और उतरा हु। उन पेड़ों की छाव और रास्ते के छोटे छोटे कंकर मेरे उस रास्ते से गुजरने की गवाही देंगे।मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....

STAP -3
बरखा- बर्खाली,घाम -चमकलो 
सुख- दुःख आणा जाणा राला..
खुखलों मा हंसदा- खेल्दा बेटुला
देखदा - देखदा ब्वारी ह्वे जाला
भोल ये फुलमुंडया सासू बणीकी
नयी- नयी ब्वार्युं रुवाला
मी त नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली

हिंदी अर्थ
बादल बारसेंगे , सूरज चमकेगा, सुःख -दुख आते जाते रहेंगे, माँ की गोदियों मे हँसती खेलती बच्चीयां देखते ही देखते किसी के घर की बहु बन जाएंगी, और कल ही वो सफ़ेद सर वाली सासु बन कर अपने सन्तानो की बहुओं को रुलाएंगी।मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....

STAP -4
बस्ग्याल रुजू, ह्युन्द कौन्पू
मिन भी साईं रुड्युं की मार
मिल भी बरती ऋतू बसंत
मी परे भी ऐ मौल्यार
मिन भी के छै आस कैकी
ये डांडा काँठा छविं लगाला
मी त नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली....

हिंदी अर्थ
बरसात ने भीगोया , ठंड ने कंप कंपाया , मैंने भी भीषण गर्मी की मार झेली है, मैंने भी वसंत ऋतु का आगमन देखा और मुझ पर भी नई उमंग फुर्ती जगी है , मैंने भी किसी के आने का विश्वास या भरोसा किया है, ये पर्वत इन सब की बातें करेंगे, मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....

STAP -5
मेरा भी अपडा पर्याँ हर्चिनी
मेला खोलो मा अचणचक 
मी भी रोयुं भाकोरा -भाकोरी
आंसू आंख्युं मा रैनी जब तक..
कौथिग यानि विरेणा राला..
नया - नया कौथिगेर आला
मी ता नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली....

हिंदी अर्थ
मेरे भी अपने अचानक इन मेलों की भीड़ मे खोये है, मै भी चिला चिला कर रोया हूँ जब तक मेरी आखों मे आँसू आते रहे.मेलों का आयोजन ऐसे ही होता रहेगा, नये नये लोग मेलों मे आते रहेंगे,मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....


STAP -6
मिल भी सैनी फुल्ल्वा कांडा
गित्वी माला गन्च्याणों कु-
जन द्वि एकी गीत मिन भी
गैंनी निरुन्दौ- हैन्सानाऊ कु
हैस्दारा जब भोल बिसरी जाला
रोंदारा रवे - रवे की सम्लाना राला
मी त नि रौलू मेरा भूलों
तुम दगडी ये गीत राला..
भोल जब फिर रात खुलली....

हिंदी अर्थ
मैंने भी लोगों का आक्रोश झेला होगा इन गीतों की माला पिरोने के लिए, दो चार गीत मैंने भी गाए होंगे लोगों को रुलाने और हँसाने के लिए, हंसते हुए लोग जब भूल जाएंगे और रो रो कर लोग संभल जाएंगे फिर मेरे गीतों की याद आएगी।मै तो नहीं रहूँगा मेरे छोटे भाइयों पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत हमेशा रहेंगे, कल जब फिर सवेरा होगा....

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