Learn Garhwali Uttarakhand Culture Language
गढ़वाली भाषा के कठिन शब्द
पार्ट- 3
भूलना - बिसरण, बिसरी
आज कल में सब काम भूलने लगा हूँ
आज कल में सबी धाणी बुलण लगियुं ।
सारी जगह - सैरी पिर्थी
मैंने अपना मोबाइल फोन सारी जगह खोजा पर कही नहीं
मैं अपडु मोबाइल सैरी पिर्थी खोजियाली पर कखी नि पाई ।
कठिन - औखु
ये दिन काफी कठिनायों भरे हैं
यी दिन काफी औखा च
सरल - सोंग ,सोंगु
इसका उत्तर तो बड़ा आसान है
ये कु जवाब त बडू सोंगु छै
कहना मानना - बोलूँ मानणं
तुम मेरा कहना क्यों नहीं मानते हो
तुम मेरु बोलियु किलै नी माणदा।
जिद्दी - जिदेरी
आप ने ज्यादा जिद्दी नहीं होना है
तुमुन ज्यादा जिदेरु/ जिदेरी नि होण
परीक्षा - इंतियान , इम्तिहान
कल मेरी परीक्षा का पहला दिन है
भोल मेरु इंतियान कु पैलू दिन च
बुरा - नखरु
आज तुम्हारे बिना बड़ा बुरा लग रहा है
आज तुम्हारा बिना भारी नखरु लगणु ।
छैल - परछाई
आओ पेड़ की छाया में बैठें
आवा डाली का छैल बैठला
नायर / बथों - हवा
आज काफी ठंडी हवा बह रही है
आज ठंडी नयार बौगणी
ब्याली - कल
कल आया था में घर
ब्याली आयूँ छो मैं घौर
बिराणु - पराया
आप ने हमे पराया कर दिया
तुमुन त हमतें बिराणु करयाली
रुसायु - रूठा हुआ
आज भैया क्यों रूठे हुए हैं
आज भैजी किलै रुसायां होला ।
पसरयां - सहारा ले कर बैठना
दिवार के सहारे खड़े ना हों टूट जायेगी
ये पालि पर ना पसरयां टूट जाली
पिंगलू - पीला रंग
फ्योंली का फूल पिले रंग का होता है
फ्योंली कु फूल पिंगलू होंदू
तिस - प्यास
मुझे काफी प्यास लगी है मेरा गला सुख गया है
मैते भौत तिस लगी , मेरी गौली उबेगये
बरखा - वर्षा
आज सुबह से बारिश बंद नहीं हुई है
आज सुबेर बाटिन बरखा बंद नि ह्वे
कुहेड़ी- धुंध
धुंध में गाडी आराम से चलाना
केहेड़ी मा गाड़ी सॉजी पर चलोंण
झौल - आँच
गैस की आंच काम कर दीजिए
चूले की झौल कम करदियान
गौली - गलना
दाल गल गई होगी
दाल गौली होली
बौल्या - पागल
उस लड़की के पीछे ये पागल है
त्ये नौनिया पथेर यो बौलिया हयूं
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