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Garhwali and Kumaoni language Dictionary

 

Garhwali and Kumaoni language  Dictionary

Garhwali and Kumaoni language Dictionary


खुद, नराई – किसी प्रियजन की समृति में होने वाली वेदना, गृह विरह, उत्कंठा

कलकली – किसी क्रूरतापूर्ण दृश्य को देखकर उपजी कोमल करूण भावना

गाणी – गणना, मोहक कल्पना

चस्सो/झस – कंपा देने वाली ठंड, चचकार भी

छमोट – पानी पीने के लिए दोनों हाथों को मिलाकर बनाई गई अंजलि

झुसमुस – उषाकाल जब प्रकाश की अपेक्षा अंधेरा ज्यादा होगात

ठुंगार– स्वाद बदलने के लिए शराब आदि के साथ खाया जाने वाला चबेना

डाँडी, काँठी –  पर्वत शिखर

टुणामुणी – मामूली आपसी बोलचाल और मनमुटाव

दुत्ती – बातूनी स्त्री

दारी – वाचाल स्त्री

पाखो – पहाड़ का एक हिस्सा

पत्यूड़ – पत्ते से बना पकवान

बाडुली – किसी के स्मरण किए जाने पर आने वाली हिचकी

पराज – किसी के याद किए जाने पर पैर के तलुवे में होने वाली खाज

रौली – नदी के तट की घाटी

लमॅडर – आलसी
(Garhwali Kumaoni Dictionary)

लैर – मन की मौज, गुस्से की लहर

जोड़ीदार – साथी

समलौण – स्मृति दिलाने वाली वस्तु या भेंट

उबाणो – जो भीगा न हो

अन्वार – अनुहार, मिलती-जुलती शक्ल

ओडो – दो खेतों के बीच सीमा का पत्थर या चिन्ह

कतमत – अधैर्य, किसी को जल्दी करने की हरकत

काकर – अंतच्छद, सीलिंग

क्वासु - कोमल

क्यूँकालि / कोंकली– कच्ची अरबी खाने का कारण गले या जीभ में होने वाला अलग अहसास

खुलपत – प्रसन्नता की उच्चतर स्थिति

गलखा – कोमल ग्रास

गद्यर – नाला

गाड़ – छोटी नदी

गेल्या – साथी दगड्या

चकडैत – चालबाज

चिरोड़ा – रेखा खरोच

चाँट – वैर

चै – चय, एक के ऊपर एक चीजों का ढेर
(Garhwali Kumaoni Dictionary)

छूड़ा – बिना साग का

छोप – से अना, छत्रछाया में रखना

छौंपणू- भागते हुए को दौड़कर पकड़ना

झसाक – किसी अंग का मुड़ने या मोच आने की चुभन सी पीड़ा

झूरजू – दुखी महसूस करना

झोल, टपकारा – किसी सुस्वाद भोजन को देखकर चटखारे लेना

टापी – बार-बार की प्यास

टपराणू – चकित या खोजती नजरों से इधर-उधर देखना

ठूणो – लड़ने का झूठा बहाना

डाम – गर्म लोहे से किसी के शरीर को आहत करना

ढब – अभ्यास, विशेष या पक्की आदत)

ठास – अनजाने किसी पर छूने से लगा धक्का)

ढाँट – अविवाहित और इधर-उधर फिरने वाला पुरूष

ढाँटी – रोमांस में स्वच्छंद लड़की

धार – पहाड़ की पैनी श्रेणी

नाठ – वह जायजाद जिसका कोई वारिस न हो

पठाल – लम्बी चौड़ी सिल

पवाँण – किसी चीज का प्रारम्भ

पैतो – अगवानी के रूप में रखी प्रस्थान सूचक वस्तु

भुक्कि – चुबन

भौण – लय

मंडाण – एक खुला मंच जहां लोग देवपूजन या किसी समारोह में एकत्र होते हैं

सुर्की – चुपके, अनदेखे

सैण- समतल भूमि जो पहाड़ों पर हो, सौड़

हिंगरी – बच्चे का आक्रोश में निरन्तर रोना

फारू – बरकत

भुला – छोटा भाई

दिदा – बड़ा भाई

लंकट/खंकल – बदमाश

स्वीली – जच्चा प्रसवा

भगार – दूसरे का झूठा आरोप लगाना

टिपोड़ – दंभ, अकड़

सगाई – लगातार कई दिनों तक होने वाली वर्षा

कलचाण – स्वाद रहित

उचमुची – बेचैनी अस्थिरता

रणमणी – उन्मन भाव

रूम्क – सॉझ

ईड़ – जिद के साथ इच्छा

बिटमणू – बुरा-भला कहना

रॅड़ – तीव्र इच्छा

बगछट्ट – अत्याधिक उल्लास

चाड – जरूरत

चलचलो – कांतियुक्त, टकटको

जलका – अंधेरे में किसी चीज को खोजना पकड़ना

बिलकणू – पकड़कर झपटना

मौल्यार – वृक्षों का मुकुलित होने की क्रिया

बबराट – दद

चुचा, लठयालो – संबोधन के रूप

खुचणु – पशु का बंधन से मुक्त होना

ख्वर – भाग्य, माथा

हरगण – अहर्गण

छव – भूत-प्रेत

आंठू – मन 5 में ग्रंथि बनना

फणको – छोटी बात पर गुस्सा करना

सोडणू – नली से हुक्के के धुर्वे को अन्दर लेना

धोप-लगौणू – वर्तन पर मुंह लगाकर पानी पीना

सुतबीजो – अर्द्ध सुप्त

साँटो- विनियम

खुरखुरी – बदला लेनेकी आतुरता

छपछपी – हृदय पर ठंड पड़ना

कोचणू – किसी छोटे छेद पर कोई नुकीली चीज घुसाना

फदौणू – किसी को झूठ बोलकर पराजित करना

खणके – अकारण

सपोड़णू – किसी द्रवयुक्त अन्न को बिना चबाए खाना

खटौणू – पानी को किसी दिशा विशेष की ओर मोड़ना

कूल – कूल्या

पूगणू – पूरा पड़ना

रीटणू – वृत में घूमना

कोरणू – किसी सब्जी को कदूकस करना

टीसी – ईर्ष्यावश कार्य को स्वयं न कर दूसरे के द्वारा किए जाने की भावना

बटगार – अच्छे सुस्वाद भोजन की इच्छा में सामान्य भोजन को बुरा-भला कहना

चोप – पौधों से निकलने वाला दूध

चचकार – ठिठाती ठंड

टेड – उबले अन्न का कण

पगार – खेत का पश्ता
(Garhwali Kumaoni Dictionary)

पैणो – प्रर्दशन उपहार

साणो – सनयन

निर्मासी – मांस न खाने वाला

ढाँटू – स्त्रियों द्वारा सिर पर बांधा गया रूमाल

ढाँगो – बूढ़ा बैल

ठुलो/ठुली – उम्र में बड़ा/बड़ी-ऐल्डर

स्याणी – दोहद जैसी कुछ विशेष खाने की तीव्र इच्छा

उज्याड़ – सुरक्षित खेती में पशु द्वारा मुंह मारना

बुजाडू – किसी छेद को बन्द करने के लिए प्रयुक्त डाट

सोडणू – किसी द्रव को किसी नली से मुंह में ऊपर सांस लेते हुए पीना

कोरणू – कोरे से ककड़ी आदि के बारीक छल्ले निकालना

फफक्याणू – हकलाना

बैंडणू – हलवा घोटना

पुड्योण – किसी घक्के या घुसेड़ने से रास्ता बनाना

धचोरणू – किसी छेद में लकड़ी डालना

कोचणू – घुसाना

भीड़णू – छूत करना

कुतगौणू – भगाना

रडणू – फिसलना

पतेड़णू – दो चीजों के बीच पिचकाना

बुथ्यौणू – रोते को मनाना

टीपणू – गिरी वस्तु को हाथ में उठाना

छपोड्यू – पछाड़ना

बुकौणू – किसी चबेना को चबाना

बूजणू – किसी छेद को बन्द करना

पुडूयोणू – बलपूर्वक जगह बनाना

लौखणू – लपकना

नेड्योणू – इकट्ठा करना

ब्याणू – बच्चा जनना

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